स्पेशल रिपोर्ट | संभव छैक जे अहाँ केँ ई सूनि क’ अनसोहांत लागय भारत मे आइयो एकटा पाकिस्तान अछि। संभव छैक जे अहाँ छगुन्ता मे पड़ि जायब जखन ई बूझब जे भारतक ई पाकिस्तान बिहार मे छैक। अजीब त’ तखन लागत जखन अहाँ ई बुझब जे हम जाहि पाकिस्तानक बात क’ रहलहुँ अछि, से निजगुत मिथिला मे अछि आ ई ओ पाकिस्तान अछि, जतय मुस्लिम समुदायक लोक नहि अपितु हिंदू समुदायक लोक रहै छथि।
असल मे जाहि देश मे पाकिस्तानक नाम सुनिते लोक भौंह सहजहि तनि जाइत अछि, जाहि देश मे पाकिस्तान शब्द सुनिते लोकक मोन मे घृणा उपजय लगैत अछि। ताहि देश मे अर्थात् हिंदुस्तान मे एकटा पाकिस्तान बसल अछि। हालांकि भारतक एहि पाकिस्तान मे एकहु गोट घर मुस्लमानक नहि अछि, बल्कि एतय हिंदू मात्र वास करैत छथि। मुदा, ई सच छैक जे एहि गामक नाम पाकिस्तान अछि। आ पाकिस्तान अवस्थित अछि मिथिला प्रक्षेत्रक पूर्णिया जिला मुख्यालय सँ 30 किलोमीटर दूर श्रीनगर प्रखंडक सिंघिया पंचायत मे। मूलतः एकटा टोल रहल एहि पाकिस्तानक कुल आबादी 1200 केर करीब अछि आ मुख्य रूप सँ एहिठाम संथाल आदिवासी समाज वास करै छथि। जनतब दी जे ई क्षेत्र शहरी इलाका सँ निठ्ठाह कटल जकाँ अछि आ एहिठामक लोक मजदूरी क’ क’ अपन आ अपन परिवारक भरण पोषण करै छथि। दोसर अर्थ मे कहल जाय वा फेर मूलभूत व्यवस्थाक दृष्टिएँ देखल जाय त’ ई कहबा मे कनियो संदेह नहि जे एहि पाकिस्तानक हाल सेहो ओहि पाकिस्तान जकाँ छैक। स्थानीय लोक सभ जनौलनि जे एहिठाम अयबाक लेल एकटा नीक सड़क नहि छैक। एहि टोल पर सरकारी सुविधाक घोर अभाव अछि। ने एतय कोनो स्कूल छैक आ ने अस्पताल। स्थानीय वासी सभ कहलनि जे एहिठाम सँ सभ सँ लगीच मे स्थित अस्पताल 12 किलोमीटरक दूरी पर अछि, त’ लगक स्कूल मोटा-मोटी 2 किलोमीटरक दूरी पर अछि। जाहि कारणेँ स्थानीय लोक सभ केँ बड़ बेसी समस्याक सामना करय पड़ैत छैक। आओर त’ आओर एहि गामक लोक सभक आधार कार्ड मे सेहो पता मे पाकिस्तान लिखल छैक, जाहि कारणेँ स्थानीय लोक सभ केँ विभिन्न तरहक समस्याक सामना करय पड़ैत छैक। लोक सभ कहलनि जे गामक नाम पाकिस्तान होयबाक कारणेँ बियाह-दान आ कि कुटमैती करय मे सेहो बड़ बेसी दिक्कत होइत छैक।
हालांकि एहि गामक नाम पाकिस्तान कोना पड़ल तकर सटीक आ जवाब त’ किनको लग नहि अछि। मुदा, किछु लोकक कहब छैक जे एहि टोल मे पहिने पाकिस्तानी लोक रहैत छल। आजादीक बाद जे एतय बसय अयलाह से एहि गामक नाम नहि बदललनि। हालांकि आब स्थानीय लोक सभ सरकार एवं जिला प्रशासन सँ मांग करैत एहि गामक नाम बदलि देबाक आ एतय आवश्यक मूलभूत सुविधा उपलब्ध करयबाक मांग कयलनि अछि।